तुलसी का पौधा भी वास्तुदोष को दूर कर सकता है। मेडिकल साइंस ने बहुत विकास किया है फिर भी बहुत सारी बीमारियों का उपचार नही हो रह है। कभी मेडिकल टेस्ट में कोई बीमारी नहीं आती लेकिन बीमारी ज्यों की त्यों या बढ़ती जाती है। इन का कारण वास्तुदोष भी हो सकता है। दीर्घायु और स्वास्थ्य लाभ के लिये प्रकृति ने हमें असंख्य उपहार प्रदान किये है उनमें तुलसी एक अद्भुत औषधि है। तुलसी के पौधे को मकान के ईशान कोण में रखने से लाभ होता है इसके गमले के चारों और स्वास्तिक का चिन्ह सिंदूर रोली से बनाकर वास्तुदोष को दूर कर सकते है। वास्तुदोष दूर करने के लिये मन्दिरों के कलशों के अन्दर काली तुलसी मंजरी रखी जाती, घरो के निर्माण में नींव में काली तुलसी और हल्दी की गांठ के साथ अन्य सामग्री रखने से भी दोष नहीं रहता, चौखट के उपर दोनों कोनों में तुलसी मंजरी पीली सरसों, लोंग आदि को पोटली में रखने से नकारात्मक उर्जा घर मे नहीं आती ओर बीमारियों से निदान मिलता है घर में सुख- शान्ति सन्तत्ति, सम्पति, समृद्धि और स्वास्थ्य के लिये तुलसी के पौधे लगाकर इसकी विधिवत पूजन करने से भी नकारात्मक ऊर्जा का ह्रास होता है।